बालोतरा। वामन अवतार में हमें जो शिक्षाएं दी है,मानव जीवन में मनुष्य जीतना छोटा हो कर रहेगा उतना हीं उंचा उठेगा। वामन भगवान ने अपने छोटे से व...
बालोतरा। वामन अवतार में हमें जो शिक्षाएं दी है,मानव जीवन में मनुष्य जीतना छोटा हो कर रहेगा उतना हीं उंचा उठेगा। वामन भगवान ने अपने छोटे से वामन अंगूल के स्वरूप में तीन लोको को प्राप्त किया। अगर मनुष्य इस संसार में छोटा बनकर रहता है तो मानों उसने सब कुछ प्राप्त कर लिया। यह बात नगर के गांधीपुरा स्थित माली समाज भवन में कथ वाचक महामंडलेश्वर राघवदास महाराज ने श्री राधे सेवा संगठन महिला मंडल की ओर से आयोजित श्री मद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान शुक्रवार को कहीं। उन्होंने कथा के दौरान कहा कि रामचरित मानस में बताया गया है कि राम को जन्म देने वली माता कौशल्या थी मगर राम को मर्यादा पुरषोत्तम बनाने वाली माता कैकेयी थी। राघवदास महाराज ने बताया कि भागवत पुराण में वर्णन है कि जब-जब धर्म की हानि होगी अधर्म का बोलबाला होगा तब भगवान धर्म की स्थापना के लिए अवतार लेंगे। उन्होंने कहा कि कई जन्मों के पुण्य प्रताप से भागवत श्रवण का मौका मिलता है। भगवान श्री कृष्णा का सानिध्य पाने के लिए सभी ऋषियों ने गोपियों का रूप धारण किया था।
भगवान ने गोपियों की इच्छा पर हीं शरद पूर्णिमा की रात्रि को यमुना के तट पर रासलीला की थी। प्रेम व विश्वास से बहुत बड़ी ताकत होती है। इसी भावना से प्रेरित होकर भगवन श्री कृष्ण ने गिरीराज पवर्त को अपनी अंगुली पर उठा दिया था। कथा के दौरान वृंद्धावन वाले पंडिल कन्हैयालाल शर्मा ने नंदजी के अंगना में बज रहीं आज बधाई व नंद के आनंद भयो जै कन्हैयालाल की आदि सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियों देकर उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कथा के दौरान कई मनमोहक झांकियों का जीवंत प्रर्दशन किया। इस मौके पर अनिल शर्मा,सुभाष शर्मा,भूपेंद्र दवे,उमाराम माली,कन्हैयालाल सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
भगवान ने गोपियों की इच्छा पर हीं शरद पूर्णिमा की रात्रि को यमुना के तट पर रासलीला की थी। प्रेम व विश्वास से बहुत बड़ी ताकत होती है। इसी भावना से प्रेरित होकर भगवन श्री कृष्ण ने गिरीराज पवर्त को अपनी अंगुली पर उठा दिया था। कथा के दौरान वृंद्धावन वाले पंडिल कन्हैयालाल शर्मा ने नंदजी के अंगना में बज रहीं आज बधाई व नंद के आनंद भयो जै कन्हैयालाल की आदि सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियों देकर उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कथा के दौरान कई मनमोहक झांकियों का जीवंत प्रर्दशन किया। इस मौके पर अनिल शर्मा,सुभाष शर्मा,भूपेंद्र दवे,उमाराम माली,कन्हैयालाल सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
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