23 जून को गाजे-बाजे के साथ होंगे रवाना,पद यात्रा में आएंगे हजारों श्रद्धालु बालोतरा। श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा के गादीपति अनन्त श...
23 जून को गाजे-बाजे के साथ होंगे रवाना,पद यात्रा में आएंगे हजारों श्रद्धालु
बालोतरा। श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा के गादीपति अनन्त श्री विभूषित ब्रह्मर्षि ब्रह्माचार्य श्री ब्रह्मासावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर परम पूज्य श्री तुलछारामजी महाराज का 34 वां दिव्य पावन तप साधना चातुमास्य व्रत समारोह 12 जुलाई से 9 सितम्बर तक तीर्थराज पुष्कर में आयोजित होगा। इस आयोजन को लेकर ब्रह्मधाम गादीपति तुलछाराम महाराज हजारों भक्त भाविकों के साथ 23 जून सोमवार को ब्रह्मधाम तीर्थ से पावन पद यात्रा के साथ गाजे - बाजे के साथ रवाना होंगे। श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास के कोषाध्यक्ष रामलाल राजपुरोहित ने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति के चातुर्मास्य व्रत समारोह को लेकर ब्रह्मधाम तीर्थ पर 21 जून रात्रि में भव्य रात्रि का आयोजन होगा। जिसमें अनेक भजन गायकों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 22 जून को श्री गुरू पूजा एवं महाप्रसादी के आयोजन के साथ विश्व शांति महायज्ञ का भी आयोजन होगा। जिसकी पूर्णाहूति सांय 5 बजे होगी। राजपुरोहित ने बताया कि तीर्थराज पुष्कर के लिए ब्रह्मधाम तीर्थ से पावन पद यात्रा ब्रह्मधाम गादीपति तुलछाराम महाराज के सानिध्य में रवाना होगी। न्यास के महामंत्री बाबुलाल राजपुरोहित कालुड़ी ने बताया कि पावन पद यात्रा 23 जून को ब्रह्मधाम से रवाना होकर बालोतरा, धोरानाड़ी, पटाऊ, सरवड़ी गुरू प्याऊ, थवा, नारनाड़ी, जोधपुर पाली बाईपास, डागियावास होते हुए 9 जुलाई को तीर्थराज पुष्कर पहुचेगी। उन्होंने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति अपना पावन तप साधना चातुर्मास्य व्रत समारोह 12 जुलाई गुरू पूर्णिमा से प्रारंभ करेंगे। ब्रह्मधाम गादीपति का चातुर्मास स्थल श्री ब्रह्म सरोवर कोटा घाट पुष्कर रहेंगा।
प्रतिदिन आयोजित होंगे धार्मिक कार्यक्रम
न्यास के उपाध्यक्ष छोगसिंह सरवड़ी व खेतसिंह राजपुरोहित मवड़ी ने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति के चातुर्मास के दौरान तीर्थराज पुष्कर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगे। उन्होंने बताया कि 13 जुलाई से 10 अगस्त तक प्रतिदिन प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक शिव महापुराण कथा तथा सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा। इसी प्रकार 11 अगस्त से 25 अगस्त प्रतिदिन प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक श्री रामचरितमानस कथा एवं सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि 26 अगस्त से 8 सितम्बर तक प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे श्री मद्भागवत कथा एवं सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा । उन्होंने बताया कि 8 सितम्बर को श्री गुरू महाराज का 62 वां जन्मोत्सव मनाया जायेगा। तथा 9 सितम्बर को चातुर्मास्य व्रत समारोह का समापन समारोह आयोजित होगा। इस आयोजन हो लेकर ब्रह्मधाम तीर्थ के गादीपति तुलछाराम महाराज के परम शिष्य ध्यानाराम महाराज के साथ ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी तैयारियों में पिछले कई दिनों से जुटे हुए है।
ब्रह्मधाम गादीपति ने पूर्व में 33 वर्षो से किया कठोर तप साधना व चातुर्मास
ज्ञात्वय रहे कि इससे पूर्व ब्रह्मधाम के गादीपति श्री तुलछाराम महाराज ने लगातार 33 वर्षो तक अपना दिव्य चातुर्मास एवं तप साधना अपनी जन्म भूमि इन्द्राणा, तपोभूमि पीपलीया नाड़ी आसोतरा, आबू पर्वत नासिक, हरिद्वार, भारत के पवित्र चारों धाम श्री बद्रीनाथ, श्री रामेश्वरम, श्री जगन्नाथपुरी, श्री द्वारिकापुरी, गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा, श्री कैलाश मानसरोवर यात्रा, देवघाट नेपाल व श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम आसोतरा में किये है। तथा श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा से द्वारिकापुरी धाम तक एक माह की महापद यात्रा करके हजारों श्रद्धालुओं को साथ लेकर कठोर तप साधना की है। तथा इस बार ब्रह्मधाम गादीपति का 34 वां दिव्य चातुर्मास तप साधना तीर्थराज पुष्कर में होगा।
बालोतरा। श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा के गादीपति अनन्त श्री विभूषित ब्रह्मर्षि ब्रह्माचार्य श्री ब्रह्मासावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर परम पूज्य श्री तुलछारामजी महाराज का 34 वां दिव्य पावन तप साधना चातुमास्य व्रत समारोह 12 जुलाई से 9 सितम्बर तक तीर्थराज पुष्कर में आयोजित होगा। इस आयोजन को लेकर ब्रह्मधाम गादीपति तुलछाराम महाराज हजारों भक्त भाविकों के साथ 23 जून सोमवार को ब्रह्मधाम तीर्थ से पावन पद यात्रा के साथ गाजे - बाजे के साथ रवाना होंगे। श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास के कोषाध्यक्ष रामलाल राजपुरोहित ने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति के चातुर्मास्य व्रत समारोह को लेकर ब्रह्मधाम तीर्थ पर 21 जून रात्रि में भव्य रात्रि का आयोजन होगा। जिसमें अनेक भजन गायकों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 22 जून को श्री गुरू पूजा एवं महाप्रसादी के आयोजन के साथ विश्व शांति महायज्ञ का भी आयोजन होगा। जिसकी पूर्णाहूति सांय 5 बजे होगी। राजपुरोहित ने बताया कि तीर्थराज पुष्कर के लिए ब्रह्मधाम तीर्थ से पावन पद यात्रा ब्रह्मधाम गादीपति तुलछाराम महाराज के सानिध्य में रवाना होगी। न्यास के महामंत्री बाबुलाल राजपुरोहित कालुड़ी ने बताया कि पावन पद यात्रा 23 जून को ब्रह्मधाम से रवाना होकर बालोतरा, धोरानाड़ी, पटाऊ, सरवड़ी गुरू प्याऊ, थवा, नारनाड़ी, जोधपुर पाली बाईपास, डागियावास होते हुए 9 जुलाई को तीर्थराज पुष्कर पहुचेगी। उन्होंने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति अपना पावन तप साधना चातुर्मास्य व्रत समारोह 12 जुलाई गुरू पूर्णिमा से प्रारंभ करेंगे। ब्रह्मधाम गादीपति का चातुर्मास स्थल श्री ब्रह्म सरोवर कोटा घाट पुष्कर रहेंगा।
प्रतिदिन आयोजित होंगे धार्मिक कार्यक्रम
न्यास के उपाध्यक्ष छोगसिंह सरवड़ी व खेतसिंह राजपुरोहित मवड़ी ने बताया कि ब्रह्मधाम गादीपति के चातुर्मास के दौरान तीर्थराज पुष्कर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगे। उन्होंने बताया कि 13 जुलाई से 10 अगस्त तक प्रतिदिन प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक शिव महापुराण कथा तथा सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा। इसी प्रकार 11 अगस्त से 25 अगस्त प्रतिदिन प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक श्री रामचरितमानस कथा एवं सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि 26 अगस्त से 8 सितम्बर तक प्रात: साढे 9 बजे से साढ़े 11 बजे श्री मद्भागवत कथा एवं सांय साढे 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक भक्तमाल कथा का आयोजन होगा । उन्होंने बताया कि 8 सितम्बर को श्री गुरू महाराज का 62 वां जन्मोत्सव मनाया जायेगा। तथा 9 सितम्बर को चातुर्मास्य व्रत समारोह का समापन समारोह आयोजित होगा। इस आयोजन हो लेकर ब्रह्मधाम तीर्थ के गादीपति तुलछाराम महाराज के परम शिष्य ध्यानाराम महाराज के साथ ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी तैयारियों में पिछले कई दिनों से जुटे हुए है।
ब्रह्मधाम गादीपति ने पूर्व में 33 वर्षो से किया कठोर तप साधना व चातुर्मास
ज्ञात्वय रहे कि इससे पूर्व ब्रह्मधाम के गादीपति श्री तुलछाराम महाराज ने लगातार 33 वर्षो तक अपना दिव्य चातुर्मास एवं तप साधना अपनी जन्म भूमि इन्द्राणा, तपोभूमि पीपलीया नाड़ी आसोतरा, आबू पर्वत नासिक, हरिद्वार, भारत के पवित्र चारों धाम श्री बद्रीनाथ, श्री रामेश्वरम, श्री जगन्नाथपुरी, श्री द्वारिकापुरी, गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा, श्री कैलाश मानसरोवर यात्रा, देवघाट नेपाल व श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम आसोतरा में किये है। तथा श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा से द्वारिकापुरी धाम तक एक माह की महापद यात्रा करके हजारों श्रद्धालुओं को साथ लेकर कठोर तप साधना की है। तथा इस बार ब्रह्मधाम गादीपति का 34 वां दिव्य चातुर्मास तप साधना तीर्थराज पुष्कर में होगा।
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